Category Dharma

बिल्वाष्टकम

त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधम्त्रिजन्मपाप संहारं एक बिल्वं शिवार्पणम् ॥ अखण्ड बिल्व पात्रेण पूजिते नन्दिकेश्र्वरेशुद्ध्यन्ति सर्वपापेभ्यो एक बिल्वं शिवार्पणम्  ॥ शालिग्राम शिलामेकां विप्राणां जातु चार्पयेत्सोमयज्ञ महापुण्यं एक बिल्वं शिवार्पणम्  ॥ दन्तिकोटि सहस्राणि वाजपेय शतानि चकोटि कन्या महादानं एक बिल्वं शिवार्पणम् …

जब अनैतिक और क्रूर शक्तियाँ  सत्य और धर्म का विनाश करने लगे, तो नैतिकता नहीं देखी जाती

महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था। युद्धभूमि में यत्र-तत्र योद्धाओं के फटे वस्त्र, मुकुट, टूटे शस्त्र, टूटे रथों के चक्के, छज्जे आदि बिखरे हुए थे। और वायुमण्डल में पसरी हुई थी घोर उदासी। गिद्ध , कुत्ते , सियारों की उदास…

माता महागौरी

माता महागौरी की धयान : वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्। सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनीम्॥ पूर्णन्दु निभां गौरी सोमचक्रस्थितां अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्। वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्॥ पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्। मंजीर, हार, केयूर किंकिणी रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥ प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वाधरां…

देवी माँ कालरात्रि

देवी माँ कालरात्रि के ध्यान :   करालवंदना धोरां मुक्तकेशी चतुर्भुजाम्। कालरात्रिं करालिंका दिव्यां विद्युतमाला विभूषिताम॥ दिव्यं लौहवज्र खड्ग वामोघोर्ध्व कराम्बुजाम्। अभयं वरदां चैव दक्षिणोध्वाघः पार्णिकाम् मम॥ महामेघ प्रभां श्यामां तक्षा चैव गर्दभारूढ़ा। घोरदंश कारालास्यां पीनोन्नत पयोधराम्॥ सुख पप्रसन्न वदना…

माता कात्यायनी

माता कात्यायनी की ध्यान :  वन्दे वांछित मनोरथार्थ चन्द्रार्घकृत शेखराम्।सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा कात्यायनी यशस्वनीम्॥ स्वर्णाआज्ञा चक्र स्थितां षष्टम दुर्गा त्रिनेत्राम्।वराभीत करां षगपदधरां कात्यायनसुतां भजामि॥ पटाम्बर परिधानां स्मेरमुखी नानालंकार भूषिताम्।मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥ प्रसन्नवदना पञ्वाधरां कांतकपोला तुंग कुचाम्।कमनीयां लावण्यां त्रिवलीविभूषित…

मा स्कन्दमाता

स्कन्दमाता की ध्यान : वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा स्कन्दमाता यशस्वनीम्।। धवलवर्णा विशुध्द चक्रस्थितों पंचम दुर्गा त्रिनेत्रम्।अभय पद्म युग्म करां दक्षिण उरू पुत्रधराम् भजेम्॥ पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानांलकार भूषिताम्।मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल धारिणीम्॥ प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वांधरा कांत कपोला पीन पयोधराम्।कमनीया…

मा कुष्मांडा

मा कुष्मांडा का ध्यान : वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥ भास्वर भानु निभां अनाहत स्थितां चतुर्थ दुर्गा त्रिनेत्राम्।कमण्डलु, चाप, बाण, पदमसुधाकलश, चक्र, गदा, जपवटीधराम्॥ पटाम्बर परिधानां कमनीयां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल, मण्डिताम्॥ प्रफुल्ल वदनांचारू…

मा ब्रह्मचारिणी

मा ब्रह्मचारिणी का ध्यान : वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥ गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम।धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥ परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन।पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥ मा ब्रह्मचारिणी – नवरात्री का दूसरा दिन  देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप पूर्ण…

माता शैलपुत्री

प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी।तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम्।।पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्।।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:।उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मना:।। नवरात्र प्रथम दिवस  आज नवरात्रि का पहला दिन है व इस दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया जाता…